About the Author
सन् 2005 में अखिल भारतीय राष्ट्रभाषा विकास संगठन द्वारा ‘‘राष्ट्रीय गौरव’’ सम्मान तथा सन् 2004 में केंद्रीय सचिवालय हिन्दी परिषद द्वारा ‘‘राजभाषा रत्न सम्मान’’ से सम्मानित, श्री शम्मी सुख ने मौलाना आजाद काॅलेज आॅफ टेक्नोलाॅजी, भोपाल से सन् 1975 में इंजीनियरिंग की। तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने के बावजूद भी आप का रूझान प्राकृतिक तौर पर साहित्य की ओर रहा। इसी के फलस्वरूप आपने हिन्दी व अंग्रेजी में 29 पुस्तकें विभिन्न जीवनोपयोगी विषयों पर लिखीं और लाखों पाठकों के दिल जीत लिए। आप एक लोकप्रिय एवं सफल प्रशिक्षक भी है। आपकी कृतियाँ प्रेरणादायी उत्साह का संचार करने वाली और परिणामोन्मुखी हैं। आपकी सभी कृतियाँ जीवन को सफलता की चोटी तक पहुँचाने वाली और उच्चस्तरीय हैं।
आप एक ओजस्वी वक्ता भी हैं और आपके सूर्योदयी स्वर में प्रखरता के साथ-साथ एक अलग सी सरलता भी झलकती है, जो कठिन से कठिन बात को भी बहुत ही सुगम बना देती है। वास्तव में, आप विज्ञान और कला का एक अनूठा एवं अद्वितीय संगम हैं।
सन् 2014 में आप भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड से अपर महाप्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हुए।
About the Books
ज़िन्दगी तब बेहतर होती है जब आप खुश होते हैं क्योंकि खुशी जैसी कोई खुराक नहीं। जो लोग हमेशा खुश रहते हैं उनमें क्या विशेष बात होती है? जो लोग अक्सर हँसते- मुस्कुराते रहते हैं उनमें क्या गुण होते हैं? क्या सभी लोगों के लिए प्रसन्न रहना संभव है?
जो लोग ऐसे लोगों की विशेषताओं से परिचित नहीं या उन्हें अपने जीवन में नहीं उतारते, वे लोग प्रायः अपना सारा जीवन निराशा, चिढ़, दुःख, क्रोध, अवसाद इत्यादि में बिता देते हैं।
यह पुस्तक आपको प्रायः खुश रहने वाले लोगों की उन विशेषताओं से परिचय करवाएगी जिन्हें अपनाकर आप भी हर समय हंसते- मुस्कुराते व खुश रह सकते हैं। आखिर आपकी खुशी आप ही के हाथ में है।