तीन उभरते हुए लेखकों की संधी है गुलिस्ताँ , इसमें आपको मिताली राज तिवारी(मंजरी) की कहानियाँ , सिद्धार्थ चाहर (साज़) की ग़ज़लें और सुरजीत गुप्ता (सुर) की कविताएँ पढ़ने को मिलेंगी । सरल और उत्तम भाषा में लिखी इस पुस्तक में आपको हिंदी और उर्दू का संगम नज़र आएगा ।